स्पेसडॉकिंगप्रयोग (SpaDeX) मिशन: इसरो (ISRO) ने एक वृत्ताकार कक्षा में मिलन, डॉकिंग और अनडॉकिंग संचालन के लिए आवश्यक सभी क्षमताओं को सफलतापूर्वक प्रदर्शित किया है।
स्पेसडॉकिंगप्रयोग (SpaDeX) मिशनकेबारेमें: PSLV-C60 ने SpaDeX उपग्रह (SDX01 और SDX02) और 24 अन्य पेलोड को 30 दिसंबर 2024 को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSC), श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया।
डॉकिंग: उपग्रहों को 16 जनवरी 2025 को सफलतापूर्वक डॉक किया गया— जिससे भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला अमेरिका, रूस और चीन के बाद चौथा देश बन गया।
संभावित समय-सीमा: डॉक किए गए उपग्रहों के कक्षा में प्रदर्शन का विश्लेषण किया गया, जिससे अनडॉकिंग के लिए 10 मार्च से 25 मार्च 2025 के बीच की समय-सीमा पहचानी गई।
भविष्यकीयोजनाएं: आने वाले दिनों में उपग्रहों के साथ और अधिक प्रयोगों की योजना बनाई गई है।
मिशनकामहत्व:
प्रौद्योगिकीप्रदर्शन: अंतरिक्ष यान के मिलन, डॉकिंग और अनडॉकिंग की तकनीक को विकसित और प्रदर्शित किया गया।
भविष्यकेमिशन: चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने, नमूना पुनःप्राप्ति मिशन और भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण।
अन्यउद्देश्य: डॉक किए गए अंतरिक्ष यानों के बीच विद्युत ऊर्जा के स्थानांतरण को प्रदर्शित किया— जो अंतरिक्ष रोबोटिक्स, जटिल अंतरिक्ष यान नियंत्रण, और अनडॉकिंग के बाद पेलोड संचालन जैसी तकनीकों के लिए महत्वपूर्ण है।