ताज ट्रैपेज़ियम ज़ोन (TTZ): हाल ही में, सुप्रीम कोर्ट ने ताज ट्रैपेज़ियम ज़ोन (TTZ) प्राधिकरण को वन अनुसंधान संस्थान (FRI) को ज़ोन में एक वृक्ष गणना करने के लिए नियुक्त करने का निर्देश दिया।
o इसका नाम "ट्रैपेज़ियम" इसके ताजमहल के चारों ओर समलंबाकार आकार के कारण रखा गया है।
o इसमें कई ऐतिहासिक स्मारक शामिल हैं, जिनमें तीन विश्व धरोहर स्थल – ताजमहल, आगरा किला और फतेहपुर सीकरी शामिल हैं।
o यह उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ भागों को कवर करता है, जिनमें आगरा, फिरोज़ाबाद, मथुरा, हाथरस और एटा जिले (उत्तर प्रदेश) और भरतपुर जिला (राजस्थान) शामिल हैं।
o इसे औद्योगिक श्रेणियों के आधार पर चार ज़ोन में विभाजित किया गया है: लाल, हरा, नारंगी और सफेद।
o इस क्षेत्र में केवल पर्यावरण-अनुकूल, गैर-प्रदूषणकारी, छोटे, लघु और सूक्ष्म उद्योगों को संचालित करने की अनुमति है।
o इसे 1878 में एक वन विद्यालय के रूप में स्थापित किया गया था और 1906 में पुनःस्थापित किया गया था, जब इसे ब्रिटिश इंपीरियल फॉरेस्ट्री सर्विस के तहत इंपीरियल फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट का दर्जा मिला।
o बाद में इसका नाम बदलकर वन अनुसंधान संस्थान एवं कॉलेज कर दिया गया और फिर इसे वन अनुसंधान संस्थान (FRI) के रूप में जाना गया।
o यह विभिन्न केंद्रों के माध्यम से पूरे देश में वन अधिकारियों और वन रेंजरों को प्रशिक्षण प्रदान करता है और अनुसंधान करता है।
o 1988 के बाद, भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद (ICFRE) के गठन के बाद, ये प्रशिक्षण और अनुसंधान केंद्र स्वतंत्र संस्थान बन गए।
o FRI अब ICFRE के तहत कार्य करता है, जिसे दिसंबर 1991 में "समकक्ष विश्वविद्यालय" (Deemed University) का दर्जा प्रदान किया गया था।