विश्व आर्थिक मंच (WEF) की वैश्विक जोखिम रिपोर्ट 2025

विश्व आर्थिक मंच (WEF) की वैश्विक जोखिम रिपोर्ट 2025: हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत, जहां लगभग 90 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं, गलत सूचना (disinformation) के उच्च जोखिम का सामना कर रहा है, जो उसकी राजनीतिक स्थिरता, आर्थिक सुरक्षा और सामाजिक एकता के लिए खतरा है।

  • वैश्विक जोखिम रिपोर्ट 2025 के बारे में: यह वैश्विक जोखिम को एक ऐसी घटना के रूप में परिभाषित करती है जो जनसंख्या के एक महत्वपूर्ण हिस्से, वैश्विक GDP और प्राकृतिक संसाधनों को प्रभावित करती है।

o यह AI-जनित सामग्री, एल्गोरिथमिक पूर्वाग्रह और समाज में सच्चाई तथा सूचना की अखंडता को लेकर विभाजन के प्रभाव को उजागर करती है।

o भारत में राजनीतिक भ्रामक जानकारी की पहचान 46% पर की गई है, इसके बाद सामान्य मुद्दे (33.6%) और धार्मिक सामग्री (16.8%) हैं।

  • राजनीतिक गलत सूचना: प्रमुख राजनीतिक दल सार्वजनिक राय को प्रभावित करने के लिए डीप फेक और अप्रमाणित सामग्री का उपयोग करते हैं।
  • विश्व आर्थिक मंच (WEF) के बारे में: इसकी स्थापना 1971 में एक गैर-लाभकारी संगठन के रूप में जर्मन अभियंता और अर्थशास्त्री क्लाउस श्वाब द्वारा की गई थी।

o वर्ष 2015 में, इसे औपचारिक रूप से एक अंतरराष्ट्रीय संगठन के रूप में मान्यता दी गई, और यह वैश्विक नेताओं को आर्थिक लचीलापन, स्थिरता और समावेशन को बढ़ावा देने के लिए जोड़ता है।

o WEF द्वारा प्रकाशित प्रमुख रिपोर्टें: वैश्विक जोखिम रिपोर्ट → वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता रिपोर्ट → वैश्विक सूचना प्रौद्योगिकी रिपोर्ट → वैश्विक लैंगिक अंतराल रिपोर्ट → वैश्विक यात्रा और पर्यटन रिपोर्ट → ग्लोबल एनाब्लिंग ट्रेड रिपोर्ट।

o मुख्यालय: जेनेवा, स्विट्ज़रलैंड में स्थित है।