पेंटेड लेडी तितलियाँ: PNAS Nexus में प्रकाशित हालिया अध्ययन में पेंटेड लेडी तितलियों (Vanessa cardui) के प्रवासन पैटर्न की जांच की गई है, जिसमें यह पाया गया कि उनका प्रवासन आनुवंशिक मतभेदों की तुलना में पर्यावरणीय परिस्थितियों से अधिक प्रभावित होता है।
o यह समशीतोष्ण घास के मैदानों से लेकर रेगिस्तानों तक, विभिन्न जलवायु में जीवित रहने में सक्षम होती हैं।
o ये कीटों की सबसे लंबी प्रवासन यात्राओं में से एक करती हैं, जिसमें एक प्रवासन चक्र में लगभग 15,000 किमी की दूरी तय करती हैं।
o यह बहु-पीढ़ीय प्रवासन चक्र का पालन करती हैं, जिसमें प्रत्येक चक्र 8 से 10 पीढ़ियों तक विस्तृत होता है।
o पक्षियों के विपरीत, कोई एक तितली पूरी प्रवासन यात्रा पूरी नहीं करती; यह प्रवासन एक "पारिवारिक कार्य" होता है।
o प्रवासन दूरी पर प्रभाव डालने वाला प्रमुख कारक अनुवांशिक संरचना नहीं, बल्कि पर्यावरणीय परिस्थितियाँ हैं।
o तितलियाँ एकल अंतर्जात प्रजनन जनसंख्या बनाती हैं, न कि विभिन्न आनुवंशिक समूहों में विभाजित होती हैं।
o ग्रीष्म ऋतु के अंत और शरद ऋतु में: उनकी संतान स्पेन और इटली के रास्ते दक्षिण की ओर अफ्रीका की ओर लौटती हैं। इनमें मजबूत वक्षीय मांसपेशियाँ होती हैं, जो इन्हें उच्च गति और लंबी दूरी की उड़ानों में सक्षम बनाती हैं।