बायोसॉलिड्स (Biosolids): यह भारतीय कृषि के लिए अपार संभावनाएं रखता है और रासायनिक उर्वरकों का एक किफायती विकल्प प्रदान करता है।
o मृदा उर्वरता को बढ़ाते हैं, फसल उत्पादकता में सुधार करते हैं और रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम करते हैं।
o खराब हुई मिट्टी में मैक्रोन्यूट्रिएंट्स और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स को पुनः भरने में सहायक होते हैं।
o बायोसॉलिड्स का पुनर्चक्रण कचरे को एक मूल्यवान संसाधन में बदल सकता है, जिससे सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलता है।
oस्वच्छ भारत मिशन 2.0 एवं अमृत 2.0 – स्थिरता, स्वच्छता और कचरा प्रबंधन पर केंद्रित।
oवेस्ट टू वेल्थ मिशन – कचरे को संसाधनों में बदलने को बढ़ावा देता है, जिसमें कम्पोस्ट, बायोगैस और ऊर्जा शामिल हैं।
oनमामि गंगे मिशन – अनुपचारित सीवेज से होने वाले प्रदूषण को कम करता है और बायोसॉलिड्स संसाधन पुनर्प्राप्ति को प्रोत्साहित करता है।