फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2025

फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2025: वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की ‘फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2025’ और QS की ‘वर्ल्ड फ्यूचर स्किल्स इंडेक्स’ वैश्विक अर्थव्यवस्था की बदलती माँगों के अनुरूप शैक्षिक रणनीतियों को संरेखित करने की तात्कालिकता को रेखांकित करती हैं, जो भारत की कार्यबल और भविष्य की तैयारियों की स्थिति पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती हैं।

  • प्रमुख विशेषताएँ: 2030 तक वैश्विक श्रम बाजार में परिवर्तन लाने वाले महत्वपूर्ण कारकों को उजागर करती हैं।

o प्रमुख प्रेरक तत्वों में प्रौद्योगिकीय प्रगति, जनसांख्यिकीय बदलाव, भू-आर्थिक विखंडन, आर्थिक अनिश्चितताएँ और हरित संक्रमण शामिल हैं।

o 60% नियोक्ता तकनीकी परिवर्तन और डिजिटल पहुंच को प्रमुख कारक मानते हैं।

o 50% नियोक्ता मानते हैं कि आर्थिक कारकों के कारण नौकरी विस्थापन होगा।

o 100 में से 59 कर्मचारी विश्लेषणात्मक सोच, सहनशक्ति, और तकनीकी साक्षरता जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण की आवश्यकता होगी।

o बिग डेटा विशेषज्ञों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) इंजीनियरों की भूमिकाएँ बढ़ने की उम्मीद है।

o रिपोर्ट में उन्नत तकनीकी और संज्ञानात्मक कौशल तथा भावनात्मक बुद्धिमत्ता, अनुकूलनशीलता, और नेतृत्व जैसी सॉफ्ट स्किल्स की आवश्यकता पर बल दिया गया है।
QS वर्ल्ड फ्यूचर स्किल्स इंडेक्स के बारे में: भारत AI और हरित कौशल के संदर्भ में तैयारियों में निम्न स्तर पर है। भारत ‘फ्यूचर ऑफ वर्क’ में 99.1 अंक मिले, जबकि ‘Skills Fit’ में केवल 59.1 अंक प्राप्त हुए।

  • वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के बारे में: इसकी स्थापना 1971 में क्लाउस श्वाब द्वारा एक गैर-लाभकारी संस्था के रूप में की गई थी; इसे 2015 में एक अंतरराष्ट्रीय संगठन के रूप में मान्यता प्राप्त हुई।
    प्रकाशित रिपोर्ट्स जैसे: ग्लोबल प्रतिस्पर्धात्मकता रिपोर्ट → ग्लोबल सूचना प्रौद्योगिकी रिपोर्ट → ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट → ग्लोबल जोखिम रिपोर्ट → ग्लोबल यात्रा एवं पर्यटन रिपोर्ट → ग्लोबल सक्षम व्यापार रिपोर्ट
मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड