बिहार में 2024-25 (फरवरी तक) में 4,279 नीलगायों का शिकार किया गया, जो व्यापक फसल क्षति के कारण हुआ, जैसा कि राज्य पर्यावरण मंत्री ने विधानसभा में बताया।
o IUCN रेड लिस्ट: कम संकटग्रस्त (Least Concern) श्रेणी में।
o कानूनी संरक्षण: वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची-III में सूचीबद्ध।
o नीलगाय को बिहार में दिसंबर 2015 में वर्मिन घोषित किया गया था।
o अधिकारी शिकार अभियान शुरू करने से पहले रणनीति तैयार करते हैं।
मुखिया (ग्राम प्रधान) की इस पूरे प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका होती है।