SHAKTI-आधारित सेमीकंडक्टर चिप

हाल ही में, IIT मद्रास और ISRO इनर्शियल सिस्टम्स यूनिट (IISU) ने मिलकर 'आत्मनिर्भर' एयरोस्पेस-ग्रेड शक्ति-आधारित सेमीकंडक्टर चिप विकसित की है।

  • सेमीकंडक्टर के बारे में: यह एक ऐसा पदार्थ है जिसकी वैद्युत चालकता एक संवाहक (Conductor) और एक कुचालक (Insulator) के बीच होती है। यह इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण घटक है, क्योंकि यह विद्युत प्रवाह को नियंत्रित कर सकते है

o ये आमतौर पर सिलिकॉन (Silicon) या जर्मेनियम (Germanium) जैसी सामग्री से बनाए जाते हैं। जो उन्हें विशिष्ट इलेक्ट्रॉनिक उद्देश्यों के लिए आसानी से अनुकूलित करने में सक्षम बनाते हैं।

  • परियोजना उद्देश्य: RISC-V प्रौद्योगिकी, ओपन-सोर्स इंस्ट्रक्शन सेट आर्किटेक्चर (ISA) के साथ स्वदेशी माइक्रोप्रोसेसर-आधारित उत्पाद विकास को बढ़ावा देना तथा उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षा और दृश्यता बढ़ाना।
  • पिछले शक्ति विकास: RIMO (2018), MOUSHIK (2020) और नई शक्ति चिप (2024)।
  • शक्ति के बारे में: यह RISC-V पर आधारित सिस्टम की एक श्रेणी है, जो कस्टम प्रोसेसर डिज़ाइन करने के लिए एक खुले स्रोत निर्देश सेट आर्किटेक्चर (ISA) का उपयोग करती है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा समर्थित यह परियोजना ‘डिजिटल इंडिया RISC-V’ (DIRV) पहल का हिस्सा है।
o इसका उद्देश्य RISC-V तकनीक को अपनाने वाले उपयोगकर्ताओं के लिए सर्वोत्तम सुरक्षा और दृश्यता प्रदान करने वाले स्वदेशी माइक्रोप्रोसेसर-आधारित उत्पादों के विकास को बढ़ावा देना है।