नासा (NASA) सौर कोरोना और हेलियोस्फीयर को एकीकृत करने के लिए पोलारिमीटर (Polarimeter) टू यूनिफाई द कोरोना एंड हेलियोस्फीयर (PUNCH) मिशन को 6 मार्च 2025 को वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस, कैलिफोर्निया से लॉन्च करने की योजना बना रहा है। यह मिशन सौर चक्र (Solar Cycle) के अपने अधिकतम चरण (Maximum Phase) तक पहुँचने से संबंधित है।
oहर 11 साल में सूर्य का चुंबकीय क्षेत्र पूरी तरह से बदल जाता है, जिससे उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव अपनी जगह बदल लेते हैं। इस आवधिक परिवर्तन को सौर चक्र के रूप में जाना जाता है।
oसौर अधिकतम (solar maximum) तब होता है जब सूर्य की गतिविधि अपने चरम पर होती है, जिससे विकिरण और कणों के तीव्र विस्फोट अधिक बार होते हैं।
oसौर न्यूनतम (solar minimum) तब होता है जब सौर गतिविधि घट जाती है और एक नया चक्र शुरू होता है।
oवैज्ञानिक सौर चक्र को ट्रैक करने के लिए सूर्य के धब्बों की संख्या गिनते हैं, जो सौर अधिकतम के दौरान बढ़ जाती है।
o अभी अधिक सौर मिशन क्यों लॉन्च किए जा रहे हैं?
o वर्तमान सौर गतिविधि और सूर्य धब्बों की संख्या यह संकेत देते हैं कि यह चक्र अपने अधिकतम स्तर के करीब है।
o NOAA (राष्ट्रीय समुद्री और वायुमंडलीय प्रशासन) ने मई 2022 से सामान्य से अधिक सौर गतिविधि देखी है, जो 2024 तक जारी रहेगी।
oसौर अधिकतम सौर भौतिकविदों के लिए सबसे अच्छा अवलोकन अवसर प्रदान करता है।
oयदि इस समयावधि को खो दिया जाए, तो अगला सौर अधिकतम 2035-2036 तक आएगा।
हालिया सौर मिशन: आदित्य एल 1 (भारत), प्रोबा-3 (यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी) और PUNCH (नासा)।