PRIP योजना

PRIP योजना: रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के अधीन फार्मास्युटिकल्स विभाग (Department of Pharmaceuticals) ने हाल ही में "फार्मा-मेडटेक सेक्टर में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने (PRIP) योजना" पर एक कार्यशाला आयोजित की। इसका उद्देश्य फार्मास्युटिकल और चिकित्सा प्रौद्योगिकी (MedTech) क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास (R&D) को प्रोत्साहित करना है।

  • कार्यशाला में प्रमुख वैज्ञानिक विभागों और प्रमुख संस्थानों के 100 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया और इसमें चार विशेष सत्र आयोजित किए गए।
  • फार्मा-मेडटेक क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने (PRIP) योजना के बारे में: इसका उद्देश्य भारतीय फार्मा-मेडटेक (MedTech) क्षेत्र को लागत-आधारित प्रतिस्पर्धा से नवाचार-आधारित विकास की ओर बदलना है, जिससे अनुसंधान अवसंरचना (Research Infrastructure) को सुदृढ़ किया जा सके।
  • उद्देश्य: प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास (R&D) के लिए उद्योग और अकादमिक संस्थानों (Industry-Academia) के बीच सहयोग को बढ़ावा देना, गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान (Quality Research) की संस्कृति को विकसित करना और वैज्ञानिकों की नई पीढ़ी को प्रेरित करना।
  • क्रियान्वयन: इस योजना को कार्यान्वित करने के लिए एक सशक्त समिति (Empowered Committee) बनाई गई है, जिसकी अध्यक्षता CEO, नीति आयोग (NITI Aayog) करेंगे। इसमें फार्मास्युटिकल्स, स्वास्थ्य (Health), ICMR, DBT, CSIR, AYUSH और DST के सचिव भी शामिल होंगे।
महत्व: नवाचार (Innovation) को बढ़ावा देता है, उद्योग और शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग (Industry-Academia Linkage) को मजबूत करता है, भारत को फार्मास्युटिकल और मेडटेक अनुसंधान (MedTech Research) में एक वैश्विक नेता (Global Leader) के रूप में स्थापित करता है।