हाल ही में, प्रधान मंत्री ने नई दिल्ली में आयोजित सूफी संगीत उत्सव 'जहान-ए-खुसरौ' की 25वीं वर्षगांठ में भाग लिया।
o कव्वाली (भक्ति संगीत) सूफी परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
o दरगाहें (सूफी संतों के मकबरे) सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र के रूप में कार्य करती हैं।
o यह शांति, सहिष्णुता और वैश्विक भाईचारे को बढ़ावा देती है।
o प्रसिद्ध सूफी संतों में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती, निजामुद्दीन औलिया और अमीर खुसरो शामिल हैं।
o उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत, कव्वाली और हिंदवी भाषा (जो हिंदी और उर्दू की पूर्ववर्ती भाषा थी) के विकास में योगदान दिया।