व्हाइट आइलैंड

न्यूजीलैंड के व्हाइट आइलैंड (व्हाकारी -Whakaari) के मालिकों, जहां 2019 में हुए ज्वालामुखी विस्फोट में 22 पर्यटकों और स्थानीय गाइडों की मृत्यु हो गई थी, को देश की उच्च न्यायालय द्वारा दोषमुक्त कर दिया गया है।

व्हाइट आइलैंड (व्हाकारी) के बारे में: एक सक्रिय मिश्रित स्ट्रैटोवोल्केनो, जो न्यूजीलैंड के बे ऑफ प्लेंटी में स्थित है, और व्हाकाटाने (Whakatāne) (नॉर्थ आइलैंड) के तट से 48 किमी दूर है।
  • ज्वालामुखीय गतिविधि: न्यूज़ीलैंड का सर्वाधिक सक्रिय शंकु ज्वालामुखी।

o निरंतर गतिविधि के कारण यह पिछले 1,50,000 वर्षों में बना है।

o अंतिम बड़ा विस्फोट: 9 दिसंबर, 2019, जिससे कई लोगों की मृत्यु और घायल होने की घटनाएं हुईं।

  • भौगोलिक विशेषताएँ: यह 325 हेक्टेयर में फैला है, जिसमें से केवल 30% सतह पर है, बाकी पानी के नीचे स्थित है।
  • व्यास: 2 किमी, और उच्चतम बिंदु समुद्र तल से 321 मीटर ऊँचा।

o यहाँ गर्म जलस्रोत (हॉट स्प्रिंग्स), गीजर और धुएं के छिद्र (फ्यूमारोल) मौजूद हैं।

  • ऐतिहासिक और स्वामित्व से जुड़े तथ्य: इसका नाम कैप्टन जेम्स कुक ने 1769 में रखा था।

o निजी स्वामित्व में है; 1953 में एक निजी दर्शनीय रिजर्व घोषित किया गया।

o पर्यटन और भूवैज्ञानिक अनुसंधान का एक प्रमुख केंद्र।