BSE सेंसेक्स 28 फरवरी को 1.9% से अधिक गिरा, जो 4 फरवरी से जारी गिरावट का हिस्सा है।
o इसमें शेयर, अमेरिकन डिपॉजिटरी रसीदें (ADRs), बॉन्ड, ऋण साधन, म्यूचुअल फंड और विदेशी ETF निवेश शामिल हैं।
o यह किसी देश की पूंजी खाते का हिस्सा होता है और भुगतान संतुलन (BOP) में दर्ज किया जाता है।
o अत्यधिक तरल (Highly Liquid) होता है, लेकिन बाजार अस्थिरता (Market Volatility) के अधीन होता है।
o छोटे और मध्यम आकार के बाज़ार अधिक मूल्यांकित थे, जिससे स्वाभाविक रूप से सुधार हुआ।
o बहुराष्ट्रीय कंपनियों (MNC) के प्रमोटरों ने भी उच्च मूल्यांकन स्तरों के कारण बाजार से निकासी की।
o यह गिरावट केवल बाहरी कारकों (जैसे व्यापार शुल्क की आशंका) के कारण नहीं, बल्कि घरेलू आर्थिक स्थितियों के कारण भी हुई।