राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम

आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने हाल ही में उत्तराखंड में गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब जी तक 12.4 किमी लंबे रोपवे परियोजना के निर्माण को मंजूरी दी है।

  • यह परियोजना राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रमपर्वतमाला परियोजना के तहत स्वीकृत की गई है, जिसका उद्देश्य तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए सभी मौसमों में अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी प्रदान करना है

राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम के बारे में: इस रोपवे का विकास डिजाइन, निर्माण, वित्तपोषण, संचालन और हस्तांतरण (DBFOT) मोड में किया जाएगा।

वर्तमान मार्ग: गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब जी तक 21 किमी की कठिन चढ़ाई, जो पैदल, खच्चरों या पालकी के माध्यम से पूरी की जाती है।

नया रोपवे तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा को आसान बनाएगा, खासकर हेमकुंड साहिब जी और फूलों की घाटी (UNESCO विश्व धरोहर स्थल) जाने वाले पर्यटकों के लिए।

हेमकुंड साहिब जी के बारे में: यह 15,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक प्रमुख सिख तीर्थस्थल है।

  • गुरुद्वारा साल में 5 महीने (मई-सितंबर) तक खुला रहता है और हर साल 1.5 से 2 लाख तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है।
  • यह ट्रेक मार्ग गढ़वाल हिमालय में स्थित फूलों की घाटी (Valley of Flowers) का प्रवेश द्वार भी है।