o अत्यधिक संक्रामक एवुलावायरस 1 (न्यूकैसल रोग वायरस - NDV) या एवियन पैरामाइक्सोवायरस-1 (APMV-1) के कारण होता है।
o पक्षियों के श्वसन, तंत्रिका तंत्र और पाचन तंत्र को प्रभावित करता है।
o अंडा उत्पादन और प्रजनन क्षमता में गिरावट आती है।
o रुग्णता उच्च है; मृत्यु दर 50-100% तक हो सकती है।
o मामूली जूनोसिस (Minor zoonosis) – मनुष्यों में हल्का आँख संक्रमण (mild conjunctivitis) हो सकता है, लेकिन यह स्वयं ठीक हो जाता है।
o संक्रमित चारा, पानी, कपड़े और उपकरणों के माध्यम से।
यह वायरस पर्यावरण में सप्ताहों तक जीवित रह सकता है, विशेष रूप से ठंडे मौसम में।o कम उम्र के पक्षी: छींक आना, हांफना, कमजोरी (संक्रामक ब्रोंकाइटिस के समान)।
o तेजी से फैलाव: मृत्यु दर तेजी से बढ़ती है और प्रतिदिन बढ़ती जाती है।