निर्वाचन आयोग (ECI) ने हाल ही में स्पष्ट किया कि एक ही मतदाता फोटो पहचान पत्र (EPIC) नंबर होने का अर्थ यह नहीं है कि मतदाता डुप्लिकेट या फर्जी मतदाता हैं। यह स्पष्टीकरण तब आया जब सोशल मीडिया पर यह चिंता जताई गई कि विभिन्न राज्यों के मतदाताओं के पास समान EPIC नंबर हो सकते हैं।
o पंजीकरण अधिकारी के हस्ताक्षर की प्रतिकृति।
o 2017 में "ERONET पोर्टल" के माध्यम से EPIC ऑनलाइन जनरेशन प्रणाली शुरू की गई।
o प्रतिस्थापन EPIC में मूल के समान ही संख्या बनी रहती है।