बायो-CNG प्लांट

बायो-CNG प्लांट: उत्तर प्रदेश का पहला और भारत का दूसरा वेस्ट-टू-CNG संयंत्र प्रयागराज में स्थापित किया जा रहा है।

  • प्लांट के बारे में: यह संयंत्र भूसे, पोल्ट्री कचरे, गोबर और गीले कचरे से बायो-CNG का उत्पादन करेगा।

o यह सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के अंतर्गत संचालित होगा।

o अडानी गैस लिमिटेड बायोफ्यूल आपूर्ति के लिए पाइपलाइन बिछाएगी।

o कचरा निस्तारण में प्रति वर्ष 5 करोड़ रुपये की बचत होने की उम्मीद है।

o संयंत्र प्रयागराज के एक-तिहाई अपशिष्ट का उपयोग करेगा।

  • उद्देश्य: कचरा प्रबंधन को सुव्यवस्थित करना → नवीकरणीय एवं स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देना → पर्यावरण प्रदूषण (विशेषतः पराली जलाने से) को कम करना → शहर की गैस आपूर्ति को सुलभ एवं किफायती बनाना।
  • बायो-CNG (बायोमीथेन) के बारे में: यह नवीकरणीय और स्वच्छ-जलने वाला ईंधन है, जिसे बायोगैस को प्राकृतिक गैस गुणवत्ता तक शुद्ध करके प्राप्त किया जाता है।

o यह जैविक अपशिष्ट जैसे: फसल अवशेष, फूस, गोबर, खराब खाद्य पदार्थ, बचे हुए भोजन, और अपशिष्ट जल उपचार संयंत्रों से प्राप्त ठोस कचरे से उत्पादित होता है।