यह फसल अवशेष जलाने का एक बेहतर विकल्प हो सकता है, क्योंकि यह मिट्टी की उर्वरता में सुधार करता है और कृषि में कार्बन तटस्थता को बढ़ावा देता है।
बायोचार के बारे में: बायोचार एक प्रकार का काला कार्बन है, जो बायोमास स्रोतों (जैसे लकड़ी के टुकड़े, पौधों के अवशेष, खाद या अन्य कृषि अपशिष्ट उत्पादों) से उत्पन्न किया जाता है, जिसका उद्देश्य जैव-मात्रा (Biomass) को परिवर्तित करना है।-कार्बन को अधिक स्थिर रूप में परिवर्तित करता है (कार्बन पृथक्करण- Carbon Sequestration)।. यह कई लाभ प्रदान करता है:
कार्बन-नकारात्मकखेती: यह विधि जितनी ग्रीनहाउसगैसेंउत्सर्जित करती है, उससे अधिकग्रीनहाउसगैसेंहटातीहै, तथा कार्बन तटस्थता से भी आगे निकल जाती है।
सततअपशिष्टप्रबंधन: बायोचार का उत्पादन फसल अवशेषों से किया जाता है, जिससेहानिकारककार्बनउत्सर्जनको रोका जा सकता है।
कार्बनपृथक्करण: बायोचार मिट्टी में कार्बन को लॉक कर देता है, जिससे दीर्घकालिक अपशिष्ट प्रबंधन और जलवायु शमन का समाधान मिलता है।
प्राकृतिककार्बनभंडारण: यह विधि CO₂ को मिट्टी में संचित और संरक्षित करती है, जिससे सबसे प्रभावी कार्बन संक्षेपण विधियों में से एक बनती है।