हाल ही में, चीन के प्रयोगात्मक उन्नत सुपरकंडक्टिंग टोकामक (EAST) ने 1,066 सेकंड तक 100 मिलियन डिग्री सेल्सियस तापमान पर प्लाज्मा बनाए रखकर विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया।
o EAST परमाणु संलयन अनुसंधान को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिसका उद्देश्य एक स्वच्छ और सतत ऊर्जा स्रोत प्रदान करना है।.
o EAST एक सुपरकंडक्टिंग टोकामक (डोनट-आकार का परमाणु संलयन रिएक्टर) है, जिसे चीन द्वारा नियंत्रित परमाणु संलयन प्राप्त करने के लिए विकसित किया गया है।
o यह दुनिया का एकमात्र टोकामक है जो प्लाज्मा नियंत्रण के लिए टोरोइडल और पोलोइडल दोनों प्रकार के चुंबकीय क्षेत्रों का उपयोग करता है।
o चुंबकीय संलग्नता (Magnetic Confinement): सुपरकंडक्टिंग इलेक्ट्रोमैग्नेट्स का उपयोग मजबूत चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करने के लिए किया जाता है, जिससे प्लाज्मा को स्थिर रखा जा सके।
o प्लाज्मा ताप (Plasma Heating): प्लाज्मा लाखों डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता है, जिससे ड्यूटेरियम-ट्रिटियम संलयन संभव होता है।
o ऊर्जा उत्पादन (Energy Generation): संलयन प्रतिक्रिया से हीलियम-4, न्यूट्रॉन और 17.6 मेगावोल्ट (MeV) ऊर्जा उत्पन्न होती है, जिसे विद्युत में परिवर्तित किया जा सकता है।
o टोकामक (Tokamaks - EAST, ITER): चुंबकीय संलग्नता (Magnetic Confinement) का उपयोग करते हैं, लेकिन प्लाज्मा स्थिरता बनाए रखने के लिए बाहरी विद्युत धारा (External Current) की आवश्यकता होती है।
o स्टेलरेटर (Stellarators): अधिक जटिल होते हैं, लेकिन बिना अतिरिक्त विद्युत धाराओं के निरंतर प्लाज्मा संलग्नता (Continuous Plasma Confinement) प्रदान करते हैं।