हाल ही में, वित्त मंत्री ने केंद्रीय बजट भाषण के दौरान PMDKY योजना के शुभारंभ की घोषणा की।
PMDKY केबारेमें: यह महत्वाकांक्षी जिला कार्यक्रम (ADP) से प्रेरित है, जिसका उद्देश्य 112 अविकसित जिलों को अभिसरण, सहयोग और प्रतिस्पर्धा के माध्यम से सशक्त बनाना था।
ADP, 2018 मेंलॉन्चहुआ, और इसका मूल्यांकन 49 प्रमुखप्रदर्शनसंकेतकों (KPIs) के आधार पर किया गया, जिसमें पांच सामाजिक-आर्थिक क्षेत्र शामिल हैं - स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास तथा अवसंरचना।
कवरेज: यह योजना 100 जिलोंको कवर करेगी, जिन्हें तीनमानकोंके आधार पर पहचाना गया है - कृषि उत्पादकता में कमी, मध्यम फसल तीव्रता और औसत से कम ऋण उपलब्धता।
उद्देश्य: इस योजना का लक्ष्य कृषि उत्पादकता बढ़ाना है → फसल विविधीकरण और सतत कृषि को बढ़ावा देना → पंचायत और ब्लॉक स्तर पर कटाई के बाद भंडारण में सुधार करना → सिंचाई सुविधाओं का विकास करना → दीर्घकालिक और अल्पकालिक ऋण तक पहुंच सुलभ बनाना।
क्रियान्वयन: कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय लक्षित जिलों की पहचान हेतु डेटा एकत्र करेगा।
o वित्तीय सेवा विभाग एवं नाबार्ड फार्म ऋण डेटा प्रदान करेंगे।
वित्तपोषण: इस योजना के लिए कोई अलग बजट आवंटन घोषित नहीं किया गया है। धनराशि को कृषि, मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालयों की मौजूदा योजनाओं से एकत्रित किया जाएगा।
अपेक्षितप्रभाव: इस योजना से 1.7 करोड़ किसानों को लाभ मिलने की उम्मीद है, जिससे कृषि स्थिरता और ग्रामीण विकास में सुधार होगा।