नासा का SPHEREx अंतरिक्ष टेलीस्कोप

SPHEREx (स्पेक्ट्रो-फोटोमीटर फॉर द हिस्ट्री ऑफ द यूनिवर्स, एपोक ऑफ रीऑनाइजेशन, और आइस एक्सप्लोरर) नासा का नया अंतरिक्ष टेलीस्कोप है।

  • 28 फरवरी को कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए प्रक्षेपण निर्धारित है।
  • इसका उद्देश्य ब्रह्मांड के निर्माण, आकाशगंगा के विकास, तथा आकाशगंगा में जल और जीवन-निर्माण अणुओं का अध्ययन करना है।
  • मुख्य विशेषताएँ और उद्देश्य:
  • सबसे विस्तृत ब्रह्मांडीय मानचित्र बनाएगा:

o ऑप्टिकल और अवरक्त (इंफ्रारेड) प्रकाश का उपयोग करके पूरे आकाश का मानचित्र बनाता है। 

o अवरक्त प्रकाश से दूरस्थ अंतरिक्ष, तारों के निर्माण और गैलेक्सी संरचनाओं की जानकारी प्राप्त होगी।

o जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) के विपरीत, जो विशिष्ट क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करता है, SPHEREx सम्पूर्ण आकाश का सर्वेक्षण करेगा।

o 102 अवरक्त रंगों का उपयोग किया जाएगा, जिससे अभूतपूर्व विस्तार प्राप्त होगा।

  • ब्रह्मांडीय प्रसार (कॉस्मिक इन्फ्लेशन) का अध्ययन करेगा:

o ब्रह्मांडीय मुद्रास्फीति: ब्रह्मांड का तेजी से विस्तार जो 14 अरब साल पहले हुआ था।

o उद्देश्य: जांच करना कि ब्रह्मांड बड़े पैमाने पर सपाट क्यों दिखाई देता है।

o स्पेक्ट्रोस्कोपिक इमेजिंग का उपयोग करके 450 मिलियन गैलेक्सियों के 3D स्थानों का मानचित्रण किया जाएगा।

o गणितीय और सांख्यिकीय मॉडलों का उपयोग करके ब्रह्मांडीय प्रसार से संबंधित विभिन्न सिद्धांतों का परीक्षण किया जाएगा।

  • मिल्की वे (आकाशगंगा) में जल और जीवन-निर्माण अणुओं का पता लगाएगा:

o बायोजेनिक अणु (कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन) का ठंडे क्षेत्रों में जमी हुई अवस्था में पता लगाएगा।

o इन अणुओं की पृथ्वी तक यात्रा और जीवन निर्माण में उनके योगदान की जांच करेगा।

o मिल्की वे और अन्य नजदीकी प्रणालियों में इन अणुओं का व्यापक मानचित्र तैयार करेगा।

o अंतरिक्ष में जीवन के लिए आवश्यक परिस्थितियों को समझने में मदद करेगा।