नॉक्टर्नल बुल चींटियाँ (Nocturnal Bull Ants)

मैक्वेरी विश्वविद्यालय (Macquarie University) के वैज्ञानिकों ने हाल ही में यह खोज की है कि रात्रिचर बुल चींटियों की दो प्रजातियाँ [ माइर्मेशिया पाइरिफोर्मिस (Myrmecia pyriformis) और माइर्मेशिया मिडास (Myrmecia midas)] रात्रि में दिशा निर्धारण के लिए ध्रुवीकृत चंद्र प्रकाश (Polarised Moonlight) का उपयोग करती हैं।
  • नॉक्टर्नल बुल चींटियों के बारे में: ये चींटियाँ रात्रिचर होती हैं और दिशा निर्धारण के लिए ध्रुवीकृत प्रकाश का उपयोग करती हैं। ये पहली ज्ञात प्रजातियाँ हैं जो चंद्र प्रकाश के माध्यम से नेविगेशन करती हैं।
  • चंद्रमा की दृश्यता: चंद्रमा की रोशनी कृष्ण पक्ष, शुक्ल पक्ष, बादलों के आवरण, या पेड़ों की छतरी के कारण भिन्न हो सकती है।
  • मुख्य निष्कर्ष:

o ध्रुवीकृत चंद्र प्रकाश (Polarised Moonlight): Myrmecia pyriformis और Myrmecia midas चींटियाँ ध्रुवीकृत चंद्र प्रकाश का उपयोग दिशा निर्धारण के लिए करती हैं, जो एक प्राकृतिक कम्पास की तरह कार्य करता है।

o चंद्रमा चक्र नेविगेशन (Lunar Cycle Navigation): यह पुष्टि की गई है कि ये चींटियाँ चंद्र चक्र (Lunar Cycle) के दौरान लगातार ध्रुवीकृत चंद्र प्रकाश का उपयोग कर सकती हैं।

o भोजन खोजने के पैटर्न (Foraging Patterns): Myrmecia midas चींटियाँ रातभर अधिक सक्रिय रहती हैं। Myrmecia pyriformis चींटियाँ पूर्णिमा की रातों में अधिक भोजन एकत्र करती हैं।

o ई-वेक्टर पैटर्न (E-vector Pattern): सूर्य और चंद्रमा दोनों का प्रकाश पृथ्वी के वायुमंडल में बिखरने के बाद रैखिक रूप से ध्रुवीकृत हो जाता है। यह दिशा निर्धारण के लिए एक ई-वेक्टर पैटर्न बनता है।