धीमसा नृत्य (Dhimsa Dance)

6.धीमसा नृत्य (Dhimsa Dance): आंध्र प्रदेश के अनाकापल्ली जिले (Anakapalli district) के नीलाबंधा (Neelabandha) गाँव में स्थित जनजातीय परिवारों को स्वतंत्रता के बाद पहली बार बिजली मिली।

  • इस अवसर को धीमसा नृत्य के साथ मनाया गया।
  • धीमसा नृत्य के बारे में: यह एक जनजातीय नृत्य है, जिसे बगाता (Bagata), वाल्मीकि (Valmiki), पोरजा (Poraja), खोंड (Khond), गडबा (Gadaba), कोंडाडोरा (Kondadora), मुकाडोरा (Mukadora), और कोटिया (Kotia) जनजातियों द्वारा किया जाता है।
  • अवसर: यह त्योहारों, शादियों और शिकार उत्सव (अप्रैल) के दौरान मनाया जाता है, जिसमें पुरुष और महिलाएँ घंटों तक नृत्य करते हैं।
  • उत्पत्ति: यह ओडिशा के कोरापुट (Koraput) क्षेत्र से जुड़ा है, जो गोंड जनजाति (Ghond Tribe) का निवास स्थान है।
  • प्रकार: धीमसा नृत्य के 12 प्रकार होते हैं।.
  • संगीत और वाद्ययंत्र: इसे हवा और तालवाद्य वाद्ययंत्रों के साथ किया जाता है, जैसे डप्पू, तुडुमु, मोरी, किडगी, गिलका और जोडुकोंमुलु।
  • थीम: यह पौराणिक कथाओं, लोककथाओं, परंपराओं, आर्थिक गतिविधियों, रिश्तों और विवाह जीवन को दर्शाता है।
  • प्रदर्शन शैली: नर्तक वृत्त (circles) बनाकर नृत्य करते हैं और हाथ जोड़कर एक-दूसरे से जुड़ते हैं।

o इस नृत्य में हाथों और पैरों की गतिविधियाँ प्रमुख होती हैं और इसे छोटे या बड़े समूहों में किया जाता है।