सुप्रीम कोर्ट द्वारा मद्रास राज्य बनाम चंपकम दोराईराजन (1951) मामले में दिए गए निर्णय के परिणामस्वरूप प्रथम संविधान संशोधन हुआ, जिसने उच्च शिक्षा में जाति-आधारित आरक्षण को संवैधानिक मान्यता प्रदान की।
o श्रीमति चम्पकम दोराईराजन एवं अन्य बनाम मद्रास राज्य मामला संविधान के तहत जाति-आधारित आरक्षण की संवैधानिकता पर विचार करने वाला पहला मामला बना।