चागोसद्वीप (Chagos Island): भारत ने भारतीय प्रधानमंत्री की मॉरीशस यात्रा से पहले, मॉरीशस के चागोस द्वीपसमूह (Chagos Archipelago) पर दावे का समर्थन किया।
इसकेबारेमें: द्वीप (Islands) एक स्थलखंड (Landmass) होते हैं, जो चारों ओर से जल से घिरे होते हैं। ये महाद्वीप से छोटे लेकिन चट्टान या टापू से बड़े होते हैं और महासागरों, समुद्रों, झीलों या नदियों में विभिन्न आकारों और रूपों में पाए जाते हैं।
चागोसद्वीपसमूह: यह 58 द्वीपों का समूह है, जो हिंद महासागर में मालदीवसे लगभग 500 किमी दक्षिण में और मॉरीशस से लगभग 1,600 किमी उत्तर में स्थित है।
इसका रणनीतिक महत्व है, विशेष रूप से डिएगो गार्सिया (Diego Garcia) द्वीप, जो U.K और अमेरिका द्वारा संयुक्त रूप से संचालित एक महत्वपूर्ण सैन्य अड्डा है।
डिएगोगार्सिया (Diego Garcia): सबसे बड़ा द्वीप, क्षेत्रफल 32.5 वर्ग किमी।
ग्रेटचागोसकिनारा (Great Chagos Bank): यह विश्व की सबसे बड़ी एटोल संरचना (Atoll Structure) है, जो 12,642 वर्ग किमी में फैली हुई है।
ऐतिहासिकपृष्ठभूमि: 16वीं शताब्दी में पुर्तगालियों (Portuguese) द्वारा चागोस द्वीपों का मानचित्रण किया गया था।
ब्रिटिशभारतीयमहासागरक्षेत्र (British Indian Ocean Territory - BIOT): 1965 में, यूके ने चागोस द्वीप को मॉरीशस और सेशेल्स के द्वीपों से अलग करके ब्रिटिश इंडियन ओशन टेरिटरी (BIOT) का गठन किया।
कानूनीविवाद: 2022 में, यूके और मॉरीशस के बीच वार्ता शुरू हुई। U.K ने 2023 में मॉरीशस की संप्रभुता को औपचारिक रूप से मान्यता दी, लेकिन सैन्य उद्देश्यों के लिए डिएगोगार्सिया पर नियंत्रण बनाए रखा।
समझौता: अक्टूबर 2024 में, ब्रिटेन ने चागोस द्वीपों की संप्रभुता मॉरीशस को स्थानांतरित करने की पेशकश की, जबकि डिएगो गार्सिया के सैन्य अड्डे पर 99-वर्षीय लीज़ (Lease) के तहत नियंत्रण बनाए रखा
डिएगोगार्सियापरसैन्यअड्डा: यह अमेरिकी बमवर्षक विमानों (U.S. Bombers) और युद्धपोतों (Warships) के लिए रणनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है।