मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हाल ही में चंबल नदी में 10 घड़ियाल (गंभीर रूप से संकटग्रस्त प्रजाति) को राष्ट्रीय चंबल घड़ियाल सेंचुरी, मुरैना में छोड़ा है।
- मध्य प्रदेश में भारत के 80% से अधिक घड़ियाल पाए जाते हैं (1950-60 के दशक में इनकी संख्या में 80% की गिरावट आई थी) । इसी कारण मध्य प्रदेश को "घड़ियाल राज्य" की उपाधि मिली है। 2024 की जनगणना में चंबल सेंचुरी में 2,456 घड़ियाल दर्ज किए गए।
- घड़ियालों का प्रजनन एवं घोंसले बनाने की प्रक्रिया:
o मेटिंग: नवंबर – जनवरी।
o घोंसले बनाना: मार्च – मई के दौरान रेतीले तटों, बालू पट्टियों और द्वीपों पर।
o मादा घड़ियाल अंडे देने के बाद कुछ दिनों तक उनकी देखभाल करती है।
- चंबल नदी: मालवा पठार की एक महत्वपूर्ण नदी और यमुना नदी की प्रमुख सहायक नदी। गंगा नदी अपवाह तंत्र का हिस्सा। मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से होकर प्रवाहित होती है। भारत की सबसे कम प्रदूषित नदियों में से एक मानी जाती है।
- प्रवाह एवं भौगोलिक स्थिति:
- उद्गम स्थल: विंध्याचल पर्वत श्रृंखला, महू (मध्य प्रदेश) के दक्षिण में।
- प्रवाह की दिशा: उत्तर की ओर दक्षिण-पूर्वी राजस्थान की ओर।
o कोटा (राजस्थान) के पास उत्तर-पूर्व की ओर, राजस्थान-मध्य प्रदेश सीमा के साथ बहती है।
o पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर, उत्तर प्रदेश-मध्य प्रदेश सीमा का हिस्सा बनाती है।
o उत्तर प्रदेश में यमुना नदी से मिलती है।
o यह वर्षा पर निर्भर नदी है और विंध्याचल पर्वत श्रृंखला (दक्षिण, पूर्व, पश्चिम) एवं अरावली पर्वत श्रृंखला (उत्तर-पश्चिम) से घिरी हुई है।
- सहायक नदियाँ: बनास नदी, मेज नदी (बाईं ओर) और पारबती नदी, कालीसिंध नदी, शिप्रा नदी (दाईं ओर)।
- मुख्य बाँध: गांधी सागर बाँध, राणा प्रताप सागर बाँध, जवाहर सागर बाँध।
- राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य के बारे में: चंबल नदी का एक प्रमुख भाग शामिल करता है। जवाहर सागर बाँध (राजस्थान) से लेकर चंबल-यमुना संगम (उत्तर प्रदेश) तक फैला हुआ है। पारिस्थितिक संतुलन बहाल करने और संकटग्रस्त घड़ियालों की सुरक्षा के लिए स्थापित किया गया।