हाल ही में, काशी तमिल संगमम् 2025 की शुरुआत हुई है, जो काशी (वाराणसी) और तमिलनाडु के बीच सभ्यतागत संबंधों का उत्सव मनाता है।
o उत्तर-दक्षिण सांस्कृतिक संबंधों का उत्सव: काशी (वाराणसी) और तमिलनाडु के बीच ऐतिहासिक और सभ्यतागत संबंधों को प्रदर्शित करता है।
o साहित्यिक आदान-प्रदान को बढ़ावा: तिरुक्कुरल, मणिमेकलई और अन्य तमिल क्लासिक्स के बहुभाषी और ब्रेल अनुवाद जारी किए गए।
o कन्याकुमारी-वाराणसी तमिल संगमम् ट्रेन: प्रधानमंत्री द्वारा हरी झंडी दिखाई गई।
o ज्ञान सहयोगी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) और IIT मद्रास अकादमिक चर्चाओं को समृद्ध करने के लिए सहयोग कर रहे हैं।