कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में संकट

2.कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में संकट: M23 मिलिशिया, जो रुआंडा द्वारा समर्थित है, ने गोमा पर कब्जा कर लिया, जो DRC-रुआंडा सीमा पर स्थित एक खनिज-समृद्ध शहर है।

  • संयुक्त राष्ट्र के अनुमानों के अनुसार, लगभग 2,900+ लोगों की मौत, 700,000 लोग विस्थापित, और कई घायल हुए हैं (जनवरी से)। 
  • कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के बारे में: यह मध्य अफ्रीका (Central Africa) में स्थित एक देश है। क्षेत्रफल की दृष्टि से, यह अफ्रीका का दूसरा सबसे बड़ा देश और विश्व का 11वां सबसे बड़ा देश है।
  • सीमाएँ (Bordered by): DRC की सीमाएँ कांगो गणराज्य, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, दक्षिण सूडान, युगांडा, रवांडा, बुरुंडी, तंजानिया (टांगान्यिका झील के पार), जाम्बिया, अंगोला और कैबिंडा एन्क्लेव (अंगोला का एक भाग) तथा अटलांटिक महासागर से लगती हैं।
    • DRC की भौगोलिक विशेषताएँ: कांगो नदी, DRC और कांगो गणराज्य से होकर बहती है, यह अफ्रीका की दूसरी सबसे लंबी नदी है, जो परिवहन के लिए महत्वपूर्ण है।

    oकटांगा प्रांत: खनिज-समृद्ध क्षेत्र, जहां कोबाल्ट, तांबा, टिन, रेडियम, यूरेनियम और हीरे मिलते हैं।

    oसहारा रेगिस्तान: विश्व का सबसे बड़ा गर्म रेगिस्तान, जो उत्तरी अफ्रीका में फैला है और कठोर जलवायु व शुष्क भूभाग से युक्त है।

    oनील नदी: दुनिया की सबसे लंबी नदी, 11 देशों से होकर बहती है, प्राचीन सभ्यताओं और विकास के लिए महत्वपूर्ण है।

    • रवांडन नरसंहार (1994): हुतु शासन के तहत तुत्सी दमन ने रवांडा पैट्रियटिक फ्रंट (RPF) के गठन को जन्म दिया, जिससे गृह युद्ध (1990) शुरू हो गया → DRC पर रवांडा के आक्रमण (1996, 1998) ने अफ्रीका के विश्व युद्धों को जन्म दिया: पहला कांगो युद्ध (1996) और दूसरा कांगो युद्ध (1998-2003)।
    • M23 विद्रोहियों के बारे में: इसका गठन 2012 में हुआ, इसका नाम डीआरसी और तुत्सी नेतृत्व वाली सीएनडीपी के बीच 23 मार्च 2009 को हुए समझौते के नाम पर रखा गया।
    • युगांडा का रुख: युगांडा IS (इस्लामिक स्टेट)-समर्थित आतंकवादियों को पकड़ने के लिए कांगोली सैनिकों का समर्थन करता है, जिससे M23 को अपने क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति मिल जाती है (संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार)।