इंडिया-कतर रणनीतिक साझेदारी समझौता:

भारत और कतर ने अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में उन्नत किया है, जिसमें कतर ने 10 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है और 2030 तक व्यापार को $14 अरब से बढ़ाकर $28 अरब करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

  • समझौते के अंतर्गत प्रमुख घटनाक्रम:

o कतर का सॉवरेन वेल्थ फंड: वर्तमान में भारत में खुदरा, बिजली, आईटी, शिक्षा, स्वास्थ्य और किफायती आवास के क्षेत्र में 1.5 बिलियन डॉलर का FDI है।

o नए निवेश क्षेत्र: कतर निवेश प्राधिकरण बुनियादी ढांचे, बंदरगाहों, जहाज निर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा, स्मार्ट शहरों, फूड पार्कों, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, रोबोटिक्स और मशीन लर्निंग पर ध्यान केंद्रित करेगा।

o ऊर्जा साझेदारी: कतर भारत के लिए प्रमुख LNG आपूर्तिकर्ता है; 2028 से शुरू होकर 20 वर्षों तक प्रति वर्ष 7.5 MMT LNG की आपूर्ति की जाएगी।

o भारत-जीसीसी जुड़ाव: कतर यूएई, सऊदी अरब, ओमान और कुवैत के साथ भारत का सहयोगी बन गया जी.सी.सी. के भीतर रणनीतिक साझेदार।

o हस्ताक्षरित समझौते और MoUs: रणनीतिक साझेदारी समझौता, संशोधित दोहरे कराधान से बचाव समझौता और आर्थिक सहयोग, युवा और खेल, अभिलेखागार, निवेश और व्यापार मंडल सहयोग पर समझौता ज्ञापन।