हाल ही में, दिल्ली के धौला कुआं (जोन 4) के पास 4 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया, जो पिछले पांच वर्षों में सबसे शक्तिशाली स्थानीय भूकंप था।
o अवशिष्ट भूगर्भीय भ्रंश (Residual Geological Faults) के कारण कभी-कभी हल्के भूकंप आते रहते हैं।
o हिमालयी क्षेत्र की तुलना में, जहां भूकंप भारतीय प्लेट के यूरेशियन प्लेट के नीचे धंसने (Subduction) के कारण आते हैं, दिल्ली में भूकंप प्राचीन चट्टानों के भीतर स्थानीयकृत तनाव (Localized Stress) के कारण आते हैं।
o टेक्टोनिक भूकंप (Tectonic Earthquakes) – टेक्टोनिक प्लेटों की गति के कारण उत्पन्न होते हैं, जो सबसे सामान्य प्रकार के भूकंप होते हैं (उदाहरण: हिमालयी भूकंप)।
o ज्वालामुखीय भूकंप (Volcanic Earthquakes) – ज्वालामुखीय गतिविधि से जुड़े होते हैं, जो मैग्मा की गति के कारण होते हैं (उदाहरण: माउंट सेंट हेलेंस का विस्फोट)।
o ध्वंस भूकंप (Collapse Earthquakes) – गुफाओं या खदानों के ध्वस्त होने के परिणामस्वरूप उत्पन्न होते हैं, आमतौर पर इनकी तीव्रता कम होती है।
o प्रेरित भूकंप (Induced Earthquakes) – मानवीय गतिविधियों के कारण उत्पन्न होते हैं, जैसे जलाशयों से प्रेरित भूकंपीयता, खनन, और भू-तापीय ऊर्जा निष्कर्षण।