राष्ट्रीय कर्मयोगी जन सेवा कार्यक्रम

राष्ट्रीय कर्मयोगी जन सेवा कार्यक्रम: आयुष मंत्रालय ने राष्ट्रीय कपेशेवर र्मयोगी जन सेवा कार्यक्रम का एक सत्र आयोजित किया, जिसका उद्देश्य कर्मचारियों की सेवा उन्मुखीकरण और व्यावसायिक कौशल को बढ़ाना था।

  • राष्ट्रीय कर्मयोगी जन सेवा कार्यक्रम के बारे में: यह कार्यक्रम मिशन कर्मयोगी के तहत क्षमता निर्माण आयोग के सहयोग से आयोजित किया गया था।

o नागरिक-केंद्रित दृष्टिकोण: इस कार्यक्रम का उद्देश्य कर्मचारियों को कर्मयोगी पथ अपनाने के लिए प्रेरित करना और मार्गदर्शन देना था, जो शासन में नागरिक-केंद्रित दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है।

  • मिशन कर्मयोगी के बारे में: यह राष्ट्रीय सिविल सेवा क्षमता निर्माण कार्यक्रम (NPCSCB) है, जिसका उद्देश्य सिविल सेवकों को अधिक रचनात्मक, रचनाशील और नवाचारी बनाने के लिए प्रशिक्षित करना है, ताकि पारदर्शिता और प्रौद्योगिकी के माध्यम से प्रशासन में सुधार हो सके।

o कार्यक्रम का लक्ष्य: यह अनोखा कार्यक्रम देश में सिविल सेवाओं के लिए एक मज़बूत नींव रखने का लक्ष्य रखता है।

o शिक्षण पद्धति: अब "ऑन-साइट लर्निंग" पर अधिक ध्यान दिया जाएगा ताकि "ऑफ-साइट लर्निंग" का पूरक बन सके।

o स्वीकृति तिथि:  2 सितंबर 2020 को सरकार ने छह प्रमुख स्तंभों के साथ NPCSCB को मंज़ूरी दी थी।

o छह स्तंभ:इनमें नीति ढांचा, संस्थागत ढांचा, दक्षता ढांचा, डिजिटल शिक्षण ढांचा (iGOT-Karmayogi), इलेक्ट्रॉनिक मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (e-HRMS) और निगरानीमूल्यांकन ढांचा शामिल हैं

o कवरेज: यह कार्यक्रम सभी सिविल सेवकों (ठेके पर नियुक्त कर्मचारियों सहित) को कवर करता है, जो विभिन्न मंत्रालयों, विभागों, संगठनों और सरकारी एजेंसियों में कार्यरत हैं।

  • iGOT के बारे में: यह अधिकारी के क्षमता-निर्माण योजना के आधार पर लक्षित प्रशिक्षण पाठ्यक्रम प्रदान करता है।