महात्मा ज्योतिबा फुले: 11 अप्रैल को महात्मा ज्योतिबा फुले (1827–1890) की जयंती मनाई जाती है, जो एक अग्रणी समाज सुधारक, शिक्षाविद् और जातिविरोधी कार्यकर्ता थे। उनकी विरासत आज भी भारत में सामाजिक न्याय आंदोलनों को प्रेरित करती है।
o थॉमस पेन की पुस्तक ‘एज ऑफ रीज़न’ से प्रभावित हुए, जिसने ईसाई रूढ़िवाद की आलोचना की थी, और फुले ने इसे हिंदू रूढ़िवाद से जोड़ा।
o दलितों और महिलाओं के उत्थान के लिए ब्रिटिश सरकार के साथ कार्य किया।
o वैचारिक मतभेदों के बावजूद तिलक और गोपाल गणेश आगरकर को डोंगरी जेल से जमानत दिलाई।
o यह ब्राह्मण और शूद्र के बीच एक संवाद है जो ब्राह्मणवादी वर्चस्व को चुनौती देता है।