मेघायन 25

मेघायन 25: विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) के गठन की स्मृति और डब्ल्यूएमओ दिवस 2025 के उपलक्ष्य में 14 अप्रैल 25 को भारतीय नौसेना ने मौसम विज्ञान और समुद्र विज्ञान पर संगोष्ठी “मेघयान 25” के तीसरे संस्करण का आयोजन किया।

  • मेघायन 25 के बारे में:

o प्रतिभागी: इसमें प्रतिष्ठित विशेषज्ञों, उच्च पदस्थ नौसेना अधिकारियों, बाहरी मेहमानों और मौसम विज्ञान और समुद्र विज्ञान से जुड़े प्रमुख हितधारकों ने भाग लिया

o सहभागी संस्थाएँ: इसमें IMD, IITM, INCOIS, NIOT, IAF, SAC–ISRO, NMF और IIT मद्रास शामिल थे।

o थीम: WMO दिवस की थीम के अनुरूप – "प्रारंभिक चेतावनी गैप को एक साथ पाटना“

o “प्रारंभिक चेतावनी गैप को एक साथ पाटना” पर ध्यान केंद्रित करना: “समुद्री सुरक्षा और समन्वय बढ़ाना”,

  • विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) के बारे में: यह संयुक्त राष्ट्र (UN) की एक विशेषीकृत एजेंसी है।

o उद्गम: यह अंतरराष्ट्रीय मौसम विज्ञान संगठन (IMO) से विकसित हुआ, जिसकी स्थापना 1873 में हुई थी।

o स्थापना: WMO की स्थापना 1950 में हुई थी।

o मुख्य उद्देश्य: मौसम विज्ञान, जलवायु, जल विज्ञान तथा संबंधित पर्यावरणीय क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना।

o सदस्यता: इसमें 193 सदस्य (187 सदस्य राष्ट्र और 6 क्षेत्र) शामिल हैं।

o मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में स्थित है।