कवच 5.0: केंद्रीय रेलवे मंत्रालय ने हाल ही में मुंबई के उपनगरीय रेल नेटवर्क को उन्नत करने के लिए कवच 5.0 के प्रक्षेपण की घोषणा की है।
o विकास: इसे RSDO (अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन) द्वारा डिजाइन किया गया है, और इसका निर्माण मेदा सर्वो ड्राइव्स प्रा. लि., HBL पावर सिस्टम्स लि., और कर्नेक्स माइक्रोसिस्टम्स के सहयोग से किया गया है।
o प्रौद्योगिकी: इसमें इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और RFID शामिल हैं, जिन्हें इंजनों, सिग्नलिंग प्रणालियों और ट्रैक पर स्थापित किया जाता हैं।
o संचार: उपकरण अल्ट्रा-हाई रेडियो तरंगों के माध्यम से संवाद करते हैं ताकि ब्रेकिंग और ड्राइवर अलर्ट का समन्वय किया जा सके।
o गति नियंत्रण: यदि लोको पायलट विफल हो जाए तो यह स्वचालित रूप से ब्रेक लगाकर निर्धारित गति सीमा बनाए रखने में सहायता करता है।
o टक्कर से बचाव: यदि एक ही ट्रैक पर परिभाषित दूरी के भीतर कोई अन्य ट्रेन पाई जाती है, तो यह प्रणाली ट्रेन को स्वतः रोक देती है।
o सिग्नल सुरक्षा: यह सिग्नल पासिंग एट डेंजर (SPAD) और अत्यधिक गति को रोकने में मदद करती है।
o सिग्नल रिले: यह कम दृश्यता की स्थिति में भी आने वाले सिग्नलों को लगातार इंजन तक पहुंचाकर सहायता करती है।
o मौसम सहायता: यह कोहरे जैसे खराब मौसम में भी ट्रेन संचालन को बेहतर बनाती है।
o क्षमता में वृद्धि: यह ट्रेनों के बीच की दूरी को 30% तक घटाती है, जिससे अधिक ट्रेनों का संचालन और यात्रियों के लिए बेहतर सेवा सुलभ हो पाती है।
o क्षेत्रीय परीक्षण: 2016 से यह प्रणाली यात्री ट्रेनों पर भारतीय रेलवे द्वारा परीक्षण के रूप में लागू की जा रही है।
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